The Nature of Philanthropists

The Nature of Philanthropists - HindiStatus

फल के आने से वृक्ष झुक जाते हैं,
वर्षा के समय बादल झुक जाते हैं,
संपत्ति के समय सज्जन भी नम्र होते हैं,
परोपकारियों का स्वभाव ही ऐसा है।
                                ~ तुलसीदास