एक, और केवल एक आदर्श या लक्ष्य के लिए जियो।
उसे को इतना महान, इतना शक्तिशाली बनाओ कि
उसके अतिरिक्त अन्य कुछ अन्तःकरण में रह ही न जाए।
किसी अन्य वस्तु के लिए स्थान नहीं,
किसी अन्य बात के लिए समय नहीं। सोते,
जागते जब भी मन एकाग्र न हो,
या तुम्हे कुछ अच्छा न लगे,
तो बस उसी आदर्श या लक्ष्य के बारे में सोचो,
या उसकी प्राप्ति के लिए एक नया कदम बढ़ाओ।
उसे को इतना महान, इतना शक्तिशाली बनाओ कि
उसके अतिरिक्त अन्य कुछ अन्तःकरण में रह ही न जाए।
किसी अन्य वस्तु के लिए स्थान नहीं,
किसी अन्य बात के लिए समय नहीं। सोते,
जागते जब भी मन एकाग्र न हो,
या तुम्हे कुछ अच्छा न लगे,
तो बस उसी आदर्श या लक्ष्य के बारे में सोचो,
या उसकी प्राप्ति के लिए एक नया कदम बढ़ाओ।