Since I..

Since I.. - HindiStatus

जब से मैंने अपनी जरूरतें समेटी है,
तब से खुशियाँ मेरे घर लौटी है।
जब से मैंने अपना क्रोध कम किया है,
तब से शांति का घर मे आगमन हुआ है।
जब से मैंने निस्वार्थ कर्म किया है,
तब से मुझे संतोष धन मिला है।
जब से मैंने किसी की मदद को हाथ बढ़ाया है,
तब से अपने गमों को कोसो दूर भगाया है।